बीते कुछ ही सालों में Dropshipping ई–कॉमर्स की इंडस्ट्री में एक अहम भूमिका निभा रहा है, जो की अपने Low Investment और Flexibility की वजह से लोगो और उद्यमियों को अपनी और आकर्षित कर रहा है. जैसे-जैसे भारत के लोग ऑनलाइन शॉपिंग को अपना रहे है, ड्रॉपशिप्पिंग बहुत से बिजनेस ऑनर्स के लिए एक बहुत अच्छी इनकम Opportunity बनता जा रहा है. आज के इस आर्टिफल में हम जानेंगे की Dropshipping Kya Hai और इसे कैसे शुरू करे, साथ ही ये भी जानेंगे की कैसे हम इस व्यवसाय मॉडल की मदद से भारत में पैसे कमा सकते है.
Dropshipping kya hai ?
ड्रॉपशिप्पिंग एक ऐसी method है जहां कोई स्टोर अपने द्वारा बेचे जाने वाले प्रोडक्ट्स को स्टॉक में नहीं रखता है. इसकी बजाय, जब कोई स्टोर किसी प्रोडक्ट्स को बेचता है, तो वह किसी Third Party से वह आइटम खरीदता है जो उस सामान को सीधा ग्राहक तक पहुंचा देते है. इसका रिजल्ट यह है की Retailer न तो उस सामान को कभी देखता है न कभी उसे संभालता है.
रिटेल बिजनेस से इसकी तुलना
एक Traditional रिटेल व्यापार में, व्यवसाय थोक में माल खरीदते है, उसे गोदामों में रखते है और फिर जाकर उसे ग्राहकों को बेचते है. इस व्यवसाय मॉडल में शुरुवात में ही इन्वेंटरी और स्टोरेज फैसिलिटी लेने के लिए काफी पैसे की जरूरत रहती है. Dropshipping इन आवश्यकताओं को समाप्त कर देता है, जिसमे Entrepreneurs फिजिकल स्टॉक को रखे बिना प्रोडक्ट को बेच सकते है. इसकी वजह से Dropshipping बहुत ही कम लागत में स्टार्टअप और बिजनेस शुरू करने की वजह से लोगो का पसंदीदा Idea बनता जा रहा है.
Dropshipping काम कैसे करता है ?
नीचे हम आपको dropshipping कैसे काम करता है, इस प्रोसेस के बारे में step by step बताएंगे
अपनी पसंदीदा Niche चुनना और एक ऑनलाइन स्टोर सेटअप करना
ड्रॉपशिप्पिंग के लिए सबसे पहले अपनी पसंदीदा Niche को चुनना होता है जिसमे आपकी रुचि हो और जिसकी मार्केट में डिमांड भी हो. एक बार जब आप एक Niche को चुन लेते है तो फिर आप Shopify या WooCommerce जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपना ऑनलाइन स्टोर सेट कर सकते है, जो यूजर फ्रेंडली होता है.
Suppliers और Manufacturers के साथ पार्टनरशिप करना
आपको अपने ड्रॉपशिप्पिंग बिजनेस की सफलता के लिए एक अच्छे और भरोसेमंद सप्लायर को ढूंढना बहुत जरूरी है. आप Shopify, Blinkstore, और लोकल Indian सप्लायर जैसे प्लेटफार्म के जरिए Suppliers को सोर्स कर सकते है. आपने सप्लायर के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने से समय पर डिलीवरी और अच्छे प्रोडक्ट्स सुनिश्चित होते है.
प्रोडक्ट्स की लिस्टिंग करना और उनके प्राइस निर्धारित करना
जब आपकी अपने सप्लायर के साथ पार्टनरशिप हो जाती है, तो आप उनके प्रोडक्ट्स की लिस्टिंग अपने ऑनलाइन स्टोर पर कर सकते है. एक अच्छे प्रॉफिट मार्जिन को मेंटेन करने के लिए एक competitive price सेट करना बहुत जरूरी है. प्रोडक्ट की प्राइस सेट करते समय Shipping, product cost और प्लेटफॉर्म फीस निर्धारित करना आपके लिए जरूरी है.
ग्राहक के ऑर्डर और पेमेंट को संभालना
जब कोई ग्राहक आपके ऑनलाइन स्टोर पर ऑर्डर करता है, तो आप सप्लायर से प्रोडक्ट खरीदते है जो इसे सीधा ग्राहक को भेजता है. Payment processing प्लेटफॉर्म्स जैसे paypal, UPI और कार्ड फैसिलिटी आपके भुगतान को सुरक्षित रखती है एक टेंशन फ्री लेनदेन के साथ.
सप्लायर सीधा ग्राहकों का ऑर्डर पूरा करते है
एक सप्लायर प्रोडक्ट की Packaging, Shipping और उसकी Delivery के साथ प्रोडक्ट को कस्टमर के घर तक पहुंचाने का काम करता है. इस वजह से ड्रॉपशिप्पिंग करने वाले को मार्केटिंग और कस्टमर सर्विस जैसी चीजों पर फोकस करने का मौका मिल जाता है जबकि सप्लायर्स logistics का ध्यान रखते है.
Dropshipping Model के मुख्य खिलाड़ी
Retailer : Dropshipper जो ऑनलाइन स्टोर को मैनेज करता है और मार्केटिंग और सेल्स की देखरेख करता है.
Supplier/Manufacturer : वह सोर्स जो रिटेलर की तरफ से प्रोडक्ट्स देकर ऑर्डर पूरे करते है
Customer : अंतिम यूजर को जो ऑनलाइन स्टोर से प्रोडक्ट खरीदता है.
Dropshipping के लाभ
कम शुरुआती निवेश (Low Initial Investment)
Dropshipping, एंटरप्रेन्योर के लिए एक बहुत ही आकर्षक बिजनेस मॉडल है, क्योंकि यह बहुत ही कम निवेश से शुरू किया जा सकता है. इसमें शुरुआत में इन्वेंटरी खरीदने की आवश्यकता नही होती, आप अपने पर्याप्त कैपिटल के साथ अपना बिजनेस शुरू कर सकते है. इसमें फाइनेंशियल रिस्क कम होता है और आप अलग अलग प्रोडक्ट्स और Niches के साथ Experiments कर सकते है.
Flexibility और Scalability
Dropshipping का सबसे बड़ा लाभ इसकी Flexibility है. आप इंटरनेट के साथ कही से भी अपना बिजनेस चला सकते है जो की ऐसे लोगो के लिए बहुत फायदेमंद है जो बाहर काम करते है. साथ ही, Dropshipping आपको Scalability भी प्रदान करता है. मतलब जैसे-जैसे आपका बिजनेस बढ़ेगा आप अपने प्रोडक्ट रेंज को बढ़ा सकते है और नई मार्केट को टारगेट कर सकते है.
(विस्तृत प्रोडक्ट रेंज) Wide Product Range
क्युकी आपको इन्वेंटरी रखने की आवश्यकता नही है, जिस वजह से आप ग्राहकों को प्रोडक्ट्स की एक बड़ी रेंज दिखा सकते है. यह Flexibility आपको अलग–अलग प्रोडक्ट्स और Niche को चुनने में मदद करती है जिससे आप बदलते मार्केट ट्रेंड्स और कस्टमर की चॉइस के अनुसार काम कर पाते है.
चैलेंजेस और कंपटीशन
हाई कंपटीशन
Dropshipping शुरुआत में कम बाधाओं की वजह से यह कई व्यापारियों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. जिसकी वजह से एक कॉम्पिटेटिव मार्केट बनती है. इन सब में अपनी छवि बनाने के लिए एक अलग मार्केटिंग तकनीक, अच्छी कस्टमर सर्विस और हाई क्वालिटी प्रोडक्ट्स के ज़रिए अपने ब्रांड को अलग करना आवश्यक है.
भरोसेमंद सप्लायर
एक अच्छी Reputation और ग्राहक संतुष्टि रखने के लिए भरोसेमंद सप्लायर के साथ पार्टनरशिप रखना जरूरी है. बिना भरोसेमंद सप्लायर शिपमेंट में देरी, खराब प्रोडक्ट क्वालिटी और नकारात्मक कस्टमर एक्सपीरियंस का कारण बन सकते हैं. सप्लायर के साथ पार्टनरशिप करने से पहले एक बार उसके बारे में अच्छी तरीके से जांच कर ले.
प्रॉफिट मार्जिन
क्युकी Dropshipping इन्वेंटरी लागत को समाप्त करता है जिस वजह से कॉम्पिटेटिव मार्केट में प्रॉफिट मार्जिन के अंदर काफी अंतर देखने को मिलता है. प्रॉफिट बनाने के लिए अपनी प्राइसिंग स्ट्रेटजी को कैलकुलेट करना बहुत जरूरी है. कीमतें निर्धारित करते समय प्रोडक्ट कॉस्ट, शिपिंग फीस और प्लेटफॉर्म चार्जेस जैसी चीजों का ध्यान रखे.
कस्टमर सर्विस
एक बेहतरीन कस्टमर सर्विस प्रदान करने से मजबूत ब्रांड इमेज और परमानेंट कस्टमर मिलते है. एक Dropshipper के रूप में आप अपने ग्राहकों के लिए संपर्क का मैन सोर्स होंगे, उनकी पूछताछ को संभालेंगे, रिटर्न को संभालेंगे, और उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे. एक व्यवहारिक कस्टमर सपोर्ट आपको आपके Competitor से अलग बनाता है.
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भारत में Dropshipping Business की शुरुआत कैसे करे
रिसर्च और प्लानिंग
एक Profitable Niche चुने : हाई डिमांड और कम कंपटीशन की Niche का पता लगाने के लिए मार्केट रिसर्च करे. अपनी Niche चुनते समय Trends, Customer preferences और profit margins को जरूर समझे.
Research Suppliers : प्रोडक्ट की क्वालिटी, शिपिंग टाइम और कीमत पर नजर रखते हुए एक अच्छे सप्लायर का पता लगाए. हमेशा एक ऐसे सप्लायर की तलाश करें जिसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा हो साथ ही वह विश्वसनीय हो.
ऑनलाइन स्टोर स्थापित करना
प्लेटफॉर्म का चुनाव : ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के लिए एक ऐसा ई-कॉमर्स प्लेटफार्म चुने जो आपके बजट में हो और आपकी जरूरत को पूरा कर सके. इनमे Shopify, WooCommerce, and Amazon India जैसे प्लेटफॉर्म शामिल है.
वेबसाइट डिजाइन : एक यूजर फ्रेंडली वेबसाइट तैयार करे और दिखने में भी अट्रैक्टिव लगे. साथ ही इस चीज का भी ध्यान रखें कि वह वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली हो और यूजर्स के लिए फास्ट लोडिंग कर पेज खोले. एक फास्ट लोडिंग वेबसाइट कस्टमर को अपनी और आकर्षित करती है.
क़ानूनी और वित्तीय जानकारी
Licenses and Permits : भारत में Dropshipping शुरू करने के लिए उससे संबंधित जरूरी लाइसेंस और परमिट्स को तैयार करवा ले. व्यवसाय को अच्छे से चलने के लिए कानूनी नियमों का पालन करना भी आवश्यक है.
GST और Tax नियम : अपने बिजनेस पर लगने वाली जीएसटी के सारे नियम को समझें और जाने. यदि आपका टर्नओवर उनकी threshold लिमिट से ज्यादा है तो अपने बिजनेस को जीएसटी पर रजिस्टर करें और अपना एक अच्छा फाइनेंशियल रिकॉर्ड मेंटेन करें.
मार्केटिंग और विकास की रणनीतियां
डिजिटल मार्केटिंग तकनीक : अपने ऑनलाइन स्टोर पर ट्रैफिक लाने के लिए सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन SEO, सोशल मीडिया मार्केटिंग और इनफ्लुएंसर कोलैबोरेशन जैसी डिजिटल मार्केटिंग तकनीक का इस्तेमाल करें.
Customer Engagement
ग्राहकों के साथ एक स्ट्रांग रिलेशन से बनाने पर फोकस करें. अपने ब्रांड की पहचान बनाने के लिए समय-समय पर उनको नए-नए ऑफर प्रदान करें.
ड्रॉप शिपिंग से भारत में पैसा कैसे बनाएं
प्रॉफिटेबल Niches का पता लगाएं
ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट के लिए ऐसी Niches का पता लगाए जिनकी डिमांड ज्यादा और कंपटीशन कम हो. मार्केट रिसर्च टूल्स और एनालिटिक्स का इस्तेमाल करें जिससे आपको पता चल जाए की कौन से प्रोडक्ट अभी ट्रेंड में है और कस्टमर की क्या डिमांड है. अपने कंपटीशन में सबसे आगे रहने के लिए सीजनल ट्रेंड्स पर नजर रखे.
Prices को सुनिश्चित करना
Dropshipping बिजनेस में सफलता के लिए अपने प्रोडक्ट का मूल्य निर्धारित करना बहुत जरूरी है. एसी प्राइस सुनिश्चित करें जो आपको एक अच्छा प्रॉफिट भी दे और साथ में आपके कंपटीशन की प्राइसों से बेहतर भी हो. हमेशा डिमांड कंपटीशन और मार्केट कंडीशंस के हिसाब से प्राइस सुरक्षित करें जो कि ग्राहकों को भी आकर्षित लगे.
ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाए
एक अलग ग्राहक अनुभव प्रदान करना आपके ब्रांड को कॉम्पिटेटिव मार्केट में एक अलग पहचान दिला सकता है. फेस शिपिंग अच्छी कस्टमर सर्विस पर ध्यान दे.
डिजिटल मार्केटिंग का लाभ उठाएं
बहुत सारे दर्शकों को आकर्षित करने और अपनी सेल्स को बढ़ाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल करें. अपनी वेबसाइट पर ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाने के लिए एक उसका अच्छी तरीके से SEO करें. अपनी टारगेटेड ऑडियंस से जुड़ने और ब्रांड की जागरूकता बनाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और प्रभावशाली मार्केटिंग का उपयोग करें.
निष्कर्ष
निष्कर्ष में Dropshipping Kya Hai समझे तो भारत में एंटरप्रेन्योर्स के लिए ड्रॉपशिप्पिंग एक बहुत ही बेहतरीन बिज़नेस अपॉर्चुनिटी है उन लोगों के लिए जो न्यूनतम निवेश के साथ ई-कॉमर्स बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं. ड्रॉप शिपिंग की गतिशीलता को समझ कर उसके बारे में अच्छे से रिसर्च करके और प्रभावी मार्केटिंग तकनीक को लागू करकेआप भारत में एक सफल टॉप टॉप शिपिंग व्यवसाय बना सकते हैं याद रखें की ड्रॉपशिप्पिंग में सफलता के लिए जुनून निरंतर सीखने और बाजार में बदलावों के साथ अनुकूल होने की आवश्यकता होती है.
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